Kheti ke bare mein jankari
खेती के बारे में (400 शब्द)
खेती या कृषि भारत की प्रमुख आजीविका है, जिससे देश की एक बड़ी आबादी जुड़ी हुई है। यह केवल एक व्यवसाय नहीं, बल्कि एक जीवनशैली है, जो प्राचीन काल से ही भारतीय संस्कृति और अर्थव्यवस्था का अभिन्न हिस्सा रही है। भारत एक कृषि प्रधान देश है, जहाँ की जलवायु, मिट्टी और प्राकृतिक संसाधन खेती के लिए अनुकूल माने जाते हैं।
खेती मुख्य रूप से फसलों की बुवाई, उनकी देखभाल और कटाई की प्रक्रिया होती है। भारत में मुख्यतः तीन प्रकार की फसलें उगाई जाती हैं—रबी, खरीफ और जायद। रबी की फसलें सर्दियों में बोई जाती हैं जैसे गेहूं, चना, और सरसों। खरीफ की फसलें मानसून के समय बोई जाती हैं जैसे धान, मक्का और बाजरा। जायद की फसलें गर्मियों के बीच में बोई जाती हैं जैसे खरबूजा, तरबूज, और खीरा।
खेती के लिए उपयुक्त भूमि, सिंचाई, बीज, खाद, कीटनाशक, और मौसम की जानकारी अत्यंत आवश्यक होती है। आजकल वैज्ञानिक तरीकों से खेती की जा रही है, जिससे पैदावार में वृद्धि हो रही है। ट्रैक्टर, थ्रेशर, और हार्वेस्टर जैसे यंत्रों ने किसानों का काम आसान बना दिया है। इसके अलावा, ड्रिप इरिगेशन, जैविक खेती, और फसल चक्र जैसे उपायों से पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना अधिक उत्पादन संभव हो रहा है।
सरकार द्वारा किसानों को सहायता देने के लिए अनेक योजनाएँ चलाई जाती हैं जैसे प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, फसल बीमा योजना, और कृषि ऋण सब्सिडी। इसके अलावा किसान अब मोबाइल ऐप और इंटरनेट के माध्यम से मौसम की जानकारी, बाजार के भाव और नई तकनीकें आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।
हालांकि, खेती से जुड़े कई संकट भी हैं—जैसे सिंचाई की कमी, जलवायु परिवर्तन, भूमि की उर्वरता में गिरावट, और उचित दाम न मिलना। इसके बावजूद, खेती भारत की आत्मा है और देश की खाद्य सुरक्षा की नींव भी।
खेती केवल अनाज उत्पादन तक सीमित नहीं है, बल्कि इससे जुड़े अनेक क्षेत्र जैसे पशुपालन, मत्स्य पालन, और बागवानी भी ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मज़बूती प्रदान करते हैं। यदि आधुनिक तकनीक और सरकारी सहायता से किसानों को सही मार्गदर्शन मिले, तो भारत की खेती विश्व स्तर पर एक आदर्श मॉडल बन सकती है।